
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी की तरफ से अपने तीन राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किए जाने के बाद से दिल्ली देहात के पूरे क्षेत्र से भारी नाराजगी सामने आ रही है। चौधरी सुरेन्द्र सोलंकी की अध्यक्षता में आज दिल्ली के झाडोदा कलाँ गांव में पालम-360 के सभी तपेदारों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें आम आदमी पार्टी के नामित राज्यसभा उम्मीदवारों में से एक भी दिल्ली देहात से ना लिए जाने का कड़ा विरोध किया गया।
इस बारे में पालम-360 के प्रधान चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि दिल्ली देहात के 360 गांवों का देश के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत में गौरवशाली योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे पुरखों ने मुगलों से लेकर अंग्रेजों तक के खिलाफ़ देश की लड़ाई लड़ी है, मगर आज जिस तरह से दिल्ली के सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी ने अपने तीनों राज्यसभा उम्मीदवारों में दिल्ली देहात के 360 गांव के 36 बिरादरी में से किसी एक को भी प्रतिनिधित्व देना उचित नहीं समझा। इससे यहां के सभी लोगों में काफी आक्रोश और निराशा है।
चौधरी सुरेंद्र सोलंकी ने कहा कि दिल्ली के विधानसभा चुनाव हों या एमसीडी के चुनाव, दिल्ली देहात के लोगों ने आम आदमी पार्टी को कई विधायक और पार्षद जीता कर दिए हैं, मगर आज जब राज्यसभा में प्रतिनिधित्व देने की बात आई तो आम आदमी पार्टी ने पूरे दिल्ली देहात के क्षेत्र के लोगों और 360 गांवों की अनदेखी कर दी है। निश्चित रूप से इसका खामियाजा आने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी को भुगतना पड़ेगा।
आपको बता दें कि इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल चौ धारा सिंह प्रधान बवाना 52, चौ नरेश प्रधान लाडोसराय 96, धर्मपाल भारद्वाज मुंढेला, राव त्रिबूहन सिंह सुरेहडा 17, राजेन्द्र डागर अध्यक्ष ग्राम सुधार समिति झाड़ौदा कलाँ सहित मौजूद सभी गणमान्य लोगों और गांव देहात के प्रतिनिधियों ने आम आदमी पार्टी के इस निर्णय पर अपना घोर विरोध जाहिर करते हुए आने वाले लोकसभा चुनाव में पार्टी को इसका सबक सिखाने की बात कहते नजर आए।